2023 Book Summary in Hindi / 24 घंटे में बदलें जिंदगी

📚book summary in Hindi 24 घंटे में लाइफ चेंज

 Book Summary in Hindi / 24 घंटे में बदलें जिंदगी


13. तेरहवां घंटा - अपने दिन को दोबारा व्यवस्थित करें

14. चौदहवा घंटा - अपने धन को अधिकतम करना

15. पंद्रहवां घंटा - आपके शरीर का नया जन्म

16. सोलहवां घंटा - विजेता का भाव 

17. सत्रहवां घंटा - उत्कृष्टता की खोज

18. अठारहवां घंटा - बिल्कुल नया ह्रदय

19. उनीसवां घंटा - मालिक से सेवक तक

20. बीसवां घंटा - हँसी की जीवनशैली 

21. इक्कीसवां घंटा - उत्साह के साथ तरक्की करे 

22. बाईसवां घंटा - दैनिक नवीनीकरण की कुंजी 

23. तेईसवां घंटा - लगन की शक्ति

24. चौबीसवां घंटा - अपने नए व्यक्तित्व का जस्न मनाए 

13. तेरहवां घंटा - अपने दिन को फिर से लिखें

यह बहुत महत्वपूर्ण है कि भले ही आप अनिच्छा से नहीं कर सकते, लेकिन बेशक आप इसे नियंत्रित कर सकते हैं। समय के उपयोग पर अनुशासन लागू करके आप अपने दिन को फिर से नया कर सकते हैं।

समय प्रबंधन का सिद्धांत
आपका भी एक-एक पल मूल्यांक है । घड़ी की टिक-टिक पर नई निगरानी आप समय से अपने विरोध के बजाय पक्ष में काम करवा सकते हैं। इसके लिए आप 10 सलाह पर अमल कर सकते हैं।

  1. वर्तमान में  रहे 
  2. अपनी गतिविधि का मूल्य तय करें 
  3. लिखित दैनिक शेड्यूल बनाएं 
  4. अपने कामों को प्राथमिकता के क्रम में जमा लें 
  5. अतिरिक्त अवधि का अच्छा उपयोग करें
  6.  दूसरों को अपने कार्यों को पूरा करने की अनुमति न दें 
  7. स्मार्ट तरीके से काम करें 
  8. समय बर्बाद करने वालों को 
  9. व्यक्तिगत व्यक्तिगत पर ध्यान केंद्रित करें
  10. यह अभी करें 

हर दिन "प्रचलित पल की योजना" पर अमल करने के तरीके हैं। यहाँ पर एक उदाहरण है। जब भी कोई कागज आपके सामने आया तो ये 3 चीजें एक रंग में दिखेंगी :

1. उसे फेंक दो 

2. उस पर काम करें

 3. उसे फाइल कर दें 

एक मिनट का मूल्य 

हमें एक सेल्समैन के शब्दों से मार्गदर्शन लेना चाहिए जिसने अपने बिजनेस कार्ड को छुपाया था

मेरे पास बस एक मिनट है। 

इसमें सिर्फ 60 सेकंड है। 

इसकी मैंने कामना नहीं की थी, इसका चुनाव नहीं किया था। लेकिन इसका इस्तेमाल मेरे हाथ में है।

 अगर मैं इसे गवां देता हूं, तो मुझे खामियाजाना होगा।

 अगर मैं इसे सेवन करता हूं, तो होश रखना होगा।

 बस एक छोटा सा मिनट।

लेकिन इसी में अमरता है।

14. चौदहवाँ घंटा - अपने धन को सबसे अधिकतम करना

इस घंटे में आपसे एक ऐसा फैसला करने के लिए कहा जाएगा, जो आपकी आर्थिक स्थिति पर जबरदस्त असर डाल सकता है ।

आज लोग यह चाहते हैं कि वह जो सोचें वह पूरा हो जाए, लेकिन यह नहीं सोचते कि अगर उनकी सारी इच्छाएं सचमुच पूरी हो जाए तो कितना बड़ा अनर्थ हो जाएगा ।

पैसे का मतलब

जो लोग मुंह उठाकर कह देते हैं, "पैसा महत्वपूर्ण नहीं है," वह सच्चाई का सामना नहीं कर रहे हैं । आम आदमी पैसे नामक आदान-प्रदान के माध्यम को कमाने में कितना समय लगाता है, उतना किसी दूसरे काम में नहीं लगाता। इसे अक्सर "जीवन का समर्थन तंत्र" कहा जाता है । पैसे को संपत्ति और दायित्व दोनों कहा जाता है ।

आप का मूल्य क्या है ?

हालांकि इसके अपवाद हैं, लेकिन ज्यादातर लोगों को उतना ही भुगतान मिलता है, जितना वह खुद का मूल्य मानते हैं ।

कई लोग पैसे कमाने में जिंदगी बिता देते हैं लेकिन उनके पास आने वाले वर्षों के लिए आर्थिक सुरक्षा की कोई योजना नहीं होती है । रिटायरमेंट एक ऐसी अवस्था है, जिसका वे बेसब्री से इंतजार तो करते हैं लेकिन उसके लिए कभी तैयार नहीं होते ।

15. पंद्रहवां घंटा - आपके शरीर का नया जन्म

हर साल इतने डायट प्लांस का विज्ञापन किया जाता है कि हम हर हफ्ते एक नए डाइट प्लान को आजमा सकते हैं । और शायद कुछ लोग ऐसा करते भी हैं । बहरहाल शारीरिक फिटनेस में हमारी दिलचस्पी कोई नई बात नहीं है ।

मस्तिष्क और शरीर का आपसी संबंध

हालांकि हर मामला अलग होता है, लेकिन ज्यादातर डॉक्टर मानते हैं कि मस्तिष्क आपकी शारीरिक सेहत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है । मानसिक विचार हमारे शक्तिशाली भावनात्मक प्रतिक्रिया तंत्र के साथ जुड़कर बहुत से व्यवहारों को जन्म दे सकते हैं ।

आप डाइटिंग क्यों कर रहे हैं

तीन लोगों से पूछेंगे, तो आपको अच्छी डाइट के 4 सुझाव मिल जाएंगे । एक डॉक्टर ने वर्षों पहले एक बेहतरीन सुझाव दिया था । उन्होंने कहा था, शाहजहां की तरह नाश्ता करो, शहजादे की तरह लंच करो, लेकिन डिनर भिखारी की तरह करो ।" वह सेहत का एक मूलभूत सिद्धांत बता रहे थे । अपने शरीर को ग्रहण की गई कैलोरियों को जलाने का मौका तो दें । शरीर को रात को जितना कम भोजन मिलेगा, व्यक्ति उतना ही ज्यादा स्वस्थ और आरामदेह महसूस करेगा । इसके अलावा उसका वजन भी नहीं बढ़ेगा ।

नया फोकस 

अक्सर हम खराब सेहत के लिए बाहरी कारणों को दोष देते हैं। मिसाल के तौर पर, कैंसर के लिए आइसक्रीम से लेकर माइक्रोवेव ओवन तक हर चीज को दोष दिया जाता है । लगातार इनके बारे में सोचकर हम उन्हीं चीजों पर ज्यादा ध्यान केंद्रित करते रहते हैं, जिनसे हम बचना चाहते हैं । हम नकारात्मक व्यवहार करते हैं और गुणवत्ता पूर्ण जीवन के लिए सकारात्मक योजना नहीं बनाते हैं ।
एक छोटे बच्चे ने संडे स्कूल टीचर से पूंछा, "बाइबल के लोग आज के लोगों से ज्यादा क्यों जीते थे ?"
 टीचर ने जवाब दिया, "वे ज्यादा इसलिए जीते थे क्योंकि वह उन बातों को नहीं जानते थे, जो उन्हें नहीं जाननी चाहिए।" हमारा शरीर हमारे सोचने के तरीके पर प्रतिक्रिया करता है, चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक ।

रहस्यमय घटक 

आप जो खाते हैं, उस पर नजर रखने से ही आपका शरीर स्वस्थ नहीं हो जाएगा । जीवन शैली में परिवर्तन अनिवार्य है, जिसमें दैनिक व्यायाम कार्यक्रम भी शामिल होना चाहिए । आपके 24 घंटे के कायाकल्प के एक अति महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में क्या आप यह संकल्प कर सकते हैं कि आज से मैं हर दिन कम से कम 15 मिनट नियमित शारीरिक व्यायाम करूंगा ।

16. सोलहवां घंटा - विजेता का भाव


क्या लोग आप के पहनावे के आधार पर आप के बारे में तत्काल मूल्यांकन करते हैं ? बिल्कुल । आप भी यही करते है। उदाहरण के लिए, मजदूरों के जूते पहनकर इंटरव्यू देने वाले व्यक्ति को आप मैनेजर पद का उम्मीदवार नही मानेंगे । 

दैनिक जांचसूची 

इस घंटे में हम आपसे अपना हुलिया बदलने को कह रहे है , लेकिन इसका कारण शायद आपको मालूम नही होगा । आप का लक्ष्य दूसरों को नही , बल्कि खुद को प्रभावित करना है ! सुबह तैयार होते समय थोड़ा सा समय निकालकर अपने हुलिए के बारे में खुद से सवाल पूछें :
क्या मेरे बाल सबसे अच्छी तरह कढे है ?
क्या आज के लिए मेरे कपड़ों का चुनाव सही है ?
क्या ये रंग स्टाइल मेरे काम - काज के हिसाब से उपयुक्त है ? 

ये छोटी छोटी बातें क्यों महत्वपूर्ण है ? जब आप अपने हुलिए के बारे में गर्व और आत्मविश्वास महसूस करते हैं, तो यह आपके सामने आने वाली हर स्थिति में सकारात्मक कर्म में बदल जाता है ।

खर्च कितना आएगा ?

आप अपने कपड़ों पर कितना खर्च करते हैं, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता। अगर आपके कपड़े आकर्षक न दिखे, तो आपका पैसा बर्बाद ही हो रहा है ।

छवि बदलने वाली दूसरी चीजें

क्या आपने कभी ऐसे व्यक्ति से हाथ मिलाया है, जो कि ठंडी, मरी हुई मछली की तरह हाथ बढ़ाता हो ? उस व्यक्ति को पताही नही की कैसे हैंडशेक किया जाता है जिससे मेरा हैंडशेक प्रभावशाली हो । और आप के बोलने का अंदाज भी महत्वपूर्ण हो । 

रोज आईने में एक बार अपने होलिए को गौर से देखने की आदत डाल ले । सोचे की आईने में जो दिखता है, क्या वही आपका सर्वश्रेष्ठ स्वरूप है ? हर हफ्ते अपनी छवि सुधारने के लिए कम से कम एक चीज जरूर करें ।

17. सत्रहवां घंटा - उत्कृष्टता की खोज

इतिहास में उत्कृष्टता शब्द का प्रयोग सम्मान सूचक पदवी के रूप में होता आया है । यह एक्सेल शब्द से उत्पन्न हुआ है, जिसका मतलब है "औसत से आगे जाना ।"

व्यक्तिगत उत्कृष्टता का द्वार कैसे खुल सकता है ? यहां पर 10 महत्वपूर्ण कुंजियां दी जा रही है ।

१. औसत से संतुष्ट न हों
२. छोटी-छटी बातों पर ध्यान दें
३. गहरा समर्पण विकसित करें 
४. नैतिकता और इमानदारी की छवि बनाएं
५. दूसरों के प्रति सच्चा सम्मान दिखाएं
६. एक मील आगे तक जाएं
७. निरंतरता रखें
८. कभी सुधार करना ना छोड़ें
९. उत्कृष्टता को जीवनशैली बनाएं
१०. हमेशा 110 प्रतिशत दें 

उत्कृष्टता आजीवन समर्पण है और हमें यह समर्पण करना ही चाहिए ।

18. अठारहवां घंटा - बिल्कुल नया ह्रदय

इस घंटे में हम आपसे यह चाहते हैं कि आप अपनी सर्च लाइट अपने भीतर गहराई में डालकर यह तय करें कि आपको कौन सी चीज सचमुच चलाती है ।
 हृदय आपके शरीर का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो आप अपनी धड़कन से जीवन को चलाता है । हृदय शब्द के दर्जनों अर्थ हैं ।

सच्चा ह्रदय 

सफलता के लिए सिर्फ तीन चीजें जरूरी है : पहली, सामान्य बुद्धि; दूसरी, संकल्प ; और तीसरी, पूरी ईमानदारी ।

विश्वसनीय ह्रदय

सेना में सैनिकों का अपने वरिष्ठ अधिकारियों से व्यक्तिगत मतभेद हो सकता है लेकिन उन्हें जिंदा रहने के लिए एक दूसरे पर भरोसा करना ही होगा । उनका जीवन अधिकांश समय उनके वरिष्ठ अधिकारियों के हाथों में होता है । जब बम गिरने लगते हैं और गोलियां चलने लगती हैं, तो उन्हें यह विश्वास होना चाहिए कि उनके लीडर्स समझदारी भरे निर्णय लेंगे ।

प्रेमपूर्ण हृदय

इतिहास में ऐसे लोग रहे हैं, जिन्होंने अपने सपने अपनी दिली भावनाओं की बुनियाद पर बनाएं और असाधारण उपलब्धि पाई ।
प्रेम हृदय का महान भाव है और यह हर स्तर पर सफलता का रहस्य है। लेकिन जिंदगी के कई दूसरे महान खजाने की तरह ही अगर हम इसका इस्तेमाल नहीं करेंगे, तो इसे गवा देंगे ।

साफ दिल 

कई लोग प्रेम या क्षमा से अपने दिल को साफ करना ही नहीं जानते ।

ह्रदय की जॉच

आपको अपने दिल की जांच के लिए स्थानीय अस्पताल फोन करने की जरूरत नहीं है । यह काम तो आप खुद ही तत्काल कर सकते हैं । आपकी जांच में क्या शामिल होना चाहिए ? खुद से यह सवाल पूछे : क्या मैं स्वर्णिम नियम पर अमल कर रहा हूं । "आप लोगों से अपने साथ जैसा व्यवहार करवाना चाहते हैं वैसा व्योहार उनके साथ भी करें" क्या मैं क्षमा करने का इच्छुक हूं ? क्या मैं क्षमा मांगने में समर्थ हूं ? क्या मैं दूसरों की परवाह करता हूं ? बोने और काटने के नियम के अनुसार, आप दूसरों के लिए जो करते हैं, वही आपको मिलता है ।

19. उनीसवां घंटा - मालिक से सेवक तक

दुनिया में स्वार्थी लोग भरे पड़े हैं । उनकी शब्दावली "मैं" और "मेरा" से भरी हुई है । जब तक ये लोग अपनी सोच नहीं बदलेंगे, तब तक उनमें कभी सेवा भाव नहीं आ पाएगा । अगर आप अपना नजरिया बदलना चाहते हैं, तो आपको अपने बारे में एक नया दृष्टिकोण विकसित करना होगा और दूसरों के प्रति प्रेम और क्षमा भाव रखने की इच्छा जगानी होगी । आप पाएंगे कि यह कायाकल्प ना सिर्फ आप के संपर्क में आने वाले लोगों के लिए अच्छा होगा, बल्कि आपके लिए भी लाभदायक होगा ।

जीतने वाली टीम

सेवा की कला सीखना ज्यादा आसान है, जब आप खुद को जीतने वाली टीम के सदस्य के रूप में देखें और यह परवाह न करें कि श्रेय किसे मिलता है ।
व्यवसायिक भविष्यवाणी करने वाले किसी भी व्यक्ति से पूछ ले, वह आपको बता देगा कि भावी ग्रोथ इंडस्ट्री निर्माण के क्षेत्र में नहीं, बल्कि सेवा के क्षेत्र में है ।

माफ करना और भूलना 

कई लोग मालिक से सेवक तक का बदलाव कभी नहीं कर पाते हैं, क्योंकि वह लोगों को माफ नहीं कर सकते हैं । वह व्यक्तिगत द्वेष पाल रखते हैं और अतीत की गलतियों को भूल नहीं पाते हैं । जो व्यक्ति कहता है "मैं क्षमा तो कर सकता हूं, लेकिन भूल नहीं सकता," वह दरअसल यह कह रहा है, "मैं क्षमा करने से इनकार करता हूं ।"

देने वाले और लेने वाले 

व्यक्तिगत परिवर्तन तब शुरू होता है, जब हम दूसरों को दोष देना छोड़ देते हैं । जो लोग दूसरों को दोष देने की आदत डाल लेते हैं, वह दरअसल कहते हैं, "मेरा जीवन दूसरों के कामों का परिणाम है ।" अगर आप सेवक का हृदय विकसित करना चाहते हैं, तो अपने रास्ते में आने वाली नकारात्मक घटनाओं को तत्काल दूर धकेल दें ।
सेवक लेने के बजाय देता है । जो लोग दिल से देते हैं, उन्हें हमेशा पुरस्कार मिलता है। हम एक पुरानी कहावत के शब्दों पर गौर कर सकते हैं, "लेने वाले अच्छा खाते हैं, लेकिन देने वाले अच्छा सोते हैं ।"

यहां पर एक सूची दी जा रही है जिससे आप आज ही इस दिशा में अपनी प्रगति को नाप सकते हैं ।
क्या मेरे निर्णय से मेरे बजाए दूसरों को ज्यादा लाभ होगा ?
क्या मैं प्रदर्शित करूंगा कि मैं टीम का सदस्य हूं ?
क्या मैं गलतियों के लिए दूसरों को दोष देने से बचूंगा ?
क्या मैं तुरंत माफ कर दूंगा ?
क्या मैं पाने से ज्यादा दूंगा ?
क्या मेरे कार्यों में सेवक का हृदय झलकेगा ?

20. बीसवां घंटा - हँसी की जीवनशैली

हम भी यह जान लें की हास्यबोध का मतलब दिनभर चुटकुले सुनाना नहीं है । अपने जीवन में हंसी शामिल करने का मतलब हर वक्त चेहरे पर मुस्कान लेकर घूमना भी नहीं है । हमें जीवन के प्रति थोड़ा हल्का फुल्का नजरिया रखने की जरूरत है ।

हंसी को अपनी आवाज से व्यक्त करने के मामले में इंसान बाकी प्राणियों से अलग है । चारों ओर देखने पर हम इस नतीजे पर पहुंचेंगे कि ईश्वर में भी हास्यबोध जरूर रहा होगा । क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि जीराफ बनाते समय उन्हें कैसा लगा होगा ? शुतुरमुर्ग बनाते समय भी थोड़ी मुस्कुराहट तो आई ही होगी ।

यहां पर कुछ खास तरीके बताए जा रहे हैं, जिनसे आप हंसी की जीवनशैली का आनंद लेने वाले लोगों की जमात में बहुत सकते हैं ।
१. जल्दी से मुस्कुराना सीखें
२. रिलैक्स रहे
३. दोबारा बच्चे बने
४. खुश और सकारात्मक लोगों के आसपास रहें
५. फटाफट हास्य बोध का इस्तेमाल करें
६. आपत्तिजनक हास्य बोध से बचें
७. हंसी के तोहफे का आनंद लें


21. इक्कीसवां घंटा - उत्साह के साथ तरक्की करे

लॉमबार्डी सितारा खिलाड़ियों को जबरदस्त टीम में पिरोने में माहिर थे । हर मैच से पहले अपने खिलाड़ियों में एक संदेश कूट-कूटकर भर देते थे । खिलाड़ी अपने हेलमेट में उनके शब्द गूंजते हुए सुन सकते थे । "अगर तुम उत्साह से भरपूर नजर नहीं आते, तो तुम्हें उत्साह के साथ टीम से निकाल दिया जाएगा ।"

ऊर्जा से भरपूर

हर व्यक्ति रोमांच पसंद करता है । जब लोग ऊर्जा से भरे होते हैं, तो बाकी लोग उनके आस पास रहना पसंद करते हैं । बिजनेस कंपनियां ऐसे व्यक्तियों को नियुक्त करना पसंद करती है, जो कंपनी में उत्साह का माहौल जगाएं ।

बाज की तरह

हम सभी लाते मारते और रोते हुए इस दुनिया में आए थे। लेकिन कुछ समय बाद ही लोगों ने हमें शांत कर दिया था और लोरी गा कर सुना दिया था। 
बाद में जब हमने बाज की तरह उड़ने की इच्छा दिखाई, तो हमसे कहा गया कि बेहतर यही होगा कि हम अपनी सीमा में रहे, मुश्किलों में फसने से बचें, अपने ही शहर के वाशिंदे से शादी करें, मम्मी डैडी के पास ही अपना घर बसाएं और स्थानीय फैक्ट्री में नौकरी करें । हमारे उत्साह की ज्वाला पर बार-बार गिला कम्बल डालकर उसे बुझा दिया गया ।

उत्साह कायम रखना

एक बार जब आप खुद को यह साबित कर दें कि आप अपनी गतिविधि में रोमांच भर सकते हैं, तो दूसरों को अपना उत्साह ठंडा करने की इजाजत ना दें।
जब भी कोई उत्साहित महसूस करता है, तो इनमें से सिर्फ एक वाक्य ही उसके उत्साह पर पानी फेर सकता है। इस सूची में शामिल है :
"बेहतर होता अगर..."
"मुझे यह पसंद है - बस बात यह है कि..."
"मैं अब आपकी बात समझता हूं, लेकिन..."
"क्यों ना इसे इस तरह से देखें ।"
"हां, लेकिन..."
"मुझे इस पर सोचने का समय दें ।"

22. बाईसवां घंटा - दैनिक नवीनीकरण की कुंजी

जो लोग फैक्ट्री, रिटेल सेल्स, रेस्टोरेंट और दर्जनों अन्य क्षेत्रों में नौकरी करने जाते हैं, वे दैनिक प्रेरणा की समस्या का सामना करते हैं। बाकियों के लिए दैनिक प्रेरणा की समस्या और भी गंभीर है। उस औरत के बारे में सोचें, जिसने अपनी नौकरी छोड़कर एक स्थानीय एंटीक स्टोर शुरू किया - या उस आदमी के बारे में, जो अपने दम पर पुरानी कारों के एक छोटे लॉट पर काम कर रहा है ? जो लोग स्वरोजगार का चुनाव करते हैं, उनकी दुविधा तो और भी ज्यादा होती है। अगर वे बीमार हो गए, तो क्या होगा ? अगर वह दोपहर तक सोते रहे, तो उनके बिलों का भुगतान कैसे होगा ? उनकी दैनिक प्रेरणा उनके बिजनेस की सफलता या असफलता को तय कर सकती है ।

आपका मिशन स्टेटमेंट

आपके व्यक्तिगत मिशन स्टेटमेंट में इस तरह के कथन शामिल हो सकते हैं:
१. मैं अपने परिवार को बिजनेस से ऊपर रखूंगा ।
२. मैं कभी अपनी नैतिकता से समझौता नहीं करूंगा।
३. मैं इस साल एक नई योग्यता विकसित करूंगा ।
४. मैं अपने तात्कालिक कामों पर ध्यान केंद्रित करूंगा ।
५. मैं निर्णय लेने से पहले हमेशा ईश्वर की इच्छा जानने का प्रयास करूंगा ।
सकारात्मक चीजें तभी होंगी जब आप स्पष्ट रुप से एकाग्र चित्त हों।
जब आपको स्पष्ट मालूम होता है कि आप कहां जा रहे हैं, तो आप दैनिक व्यवधानों के बारे में न्यूनतम चिंता करते हैं । आप अपनी परिस्थितियों के लिए मौसम, दोस्तों, अर्थव्यवस्था या दूसरी चीजों को दोष देना बंद कर देते हैं । आप नेपोलियन बोनापार्ट के शब्दों को भी दोहरा सकते हैं, "परिस्थितियां ! परिस्थितियां क्या होती हैं ? परिस्थितियां तो मैं खुद बनाता हूं!" 

स्वामित्व लें

जो लोग मदद के लिए सिर्फ बाहरी स्रोतों की ओर देखते हैं, उन्हें निराशा ही हाथ लगती है ।
दूसरी तरफ ऐसे लोग होते हैं, जिन्हें यकीन होता है कि उनके सामने की बाधाएं युद्ध के मैदान की बारूदी सुरंगों जैसी हैं । जबकि समस्याएं तो अक्सर भीतर की तरफ होती हैं - उनके नजरियों और अपेक्षाओं में ।

बहरहाल, विचार को वास्तविकता में बदलने के लिए 3 चरणों की प्रक्रिया की जरूरत होती है ।
सबसे पहले हम ज्ञान से साक्षात्कार करते हैं । फिर ज्ञान विचारों को उत्प्रेरित करता है। अंत में, हमारे विचार मूर्त रूप धारण करके वस्तुएं बन जाते हैं ।

प्रार्थना और ध्यान

गहरे आंतरिक मनन से आत्म नवीनीकरण की प्रक्रिया काफी बढ़ सकती है । इसीलिए यह जरूरी है कि आप हर दिन कुछ समय अलग निकाल कर रखें, जिसमें आप एकांत में अपने विचारों पर ध्यान केंद्रित कर सकें ।

एकांत महत्वपूर्ण है, लेकिन इसके बाद कर्म भी होना चाहिए, तभी हम उनके मूर्त लाभ देख पाएंगे ।

दोबारा शुरू करें

एक सफल सेल्समैन का प्रेरणा पाने का एक और तरीका था। जब उससे पूछा गया कि उसे सकारात्मक परिणाम कैसे मिले, तो उसने कहा, "मैं हर रात सोते समय खुद को बताता था कि मेरी नौकरी छूट गई है और कल मुझे दोबारा शून्य से शुरुआत करनी होगी।" उसने स्पष्ट किया कि वह ऐसा इसलिए करता था, क्योंकि "नई नौकरी में इंसान हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करता है ।

बाहरहाल, आपके और मेरे लिए बसंत का मौसम हर साल नहीं, बल्कि हर दिन आना चाहिए । यह हमारा दैनिक अनुशासन होना चाहिए ।

23. तेईसवां घंटा - लगन की शक्ति

आपका उद्देश्य चाहे जो हो, उसे हासिल करने का एक अचूक तरीका है । यह सुनिश्चित करें कि आप हर दिन ऐसा कुछ करें, जो आपको अपनी मंजिल के करीब लाए ।

यह मूल्यवान है, इसमें समय लगाएं

जब आप उन लोगों के रिकॉर्ड की जांच करते हैं, जिन्हें महान सफलता मिलने पर प्रशंसा मिली, तो आप पाते हैं कि उनका साम्राज्य आमतौर पर 3 में से किसी एक तरीके से बना है :

१. उन्हें संपत्ति अपने परिवार से विरासत में मिली थी ।
२. वे खुशकिस्मती से सही समय पर सही जगह पर थे ।
३. उनके पास एक विचार था और उन्होंने इस पर तब तक कड़ी मेहनत की जब तक की योजना कामयाब नहीं हो गई ।

लक्ष्य पर नजर रखना

जब आप जान गए हो की क्या करने की जरूरत है, तो तत्काल काम में जुट जाएं और तब तक न रुके, जब तक कि अपने लक्ष्य तक न पहुंच जाएं ।

हम सभी किसी न किसी तरह की विशेष प्रतिभा के साथ पैदा हुए हैं । जब आप इसका पता लगा ले, तो उसे विकसित करने की एक यथार्थवादी योजना बनाएं । अपने आरामदेह दायरे से बाहर निकले और सतत लेकिन उत्साही प्रेरणा के साथ अपने लक्ष्य पर काम करने में जुट जाएं ।

बढ़े चलो

लक्ष्य तक पहुंचने के लिए अपने आपसे एक सवाल नियमित रूप से पूछें, "मैंने अपने उद्देश्य के करीब पहुंचने के लिए आज क्या किया ?" लगन से सचमुच लाभ होता है।

24. चौबीसवां घंटा - अपने नए व्यक्तित्व का जस्न मनाए

अब हम आपसे उम्मीद करते हैं कि आप अपनी उपलब्धियों की ज्यादा लंबी सूची बनाएं । अगर आप इस पुस्तक में बिताए गए घंटों के दौरान लिए गए संकल्पों पर अमल करते हैं, तो आप की विस्तृत सूची में सचेतन उपलब्धियां शामिल होंगी, जिन्हें सिर्फ आप ही हासिल कर सकते थे ।

अतीत के बारे में क्या ?

जिस पल आप अपने अतीत की उपलब्धियों पर घमंड करने लगते हैं, आप अतीत में जीने लगते हैं । खुद को हमेशा बदलाव की प्रक्रिया में देखना महत्वपूर्ण है । आपको कभी खुद को पूरी तरह विकसित इंसान नहीं मान लेना चाहिए, जो कंक्रीट में जम चुका है ।

व्यक्तिगत बातचीत करना

परामर्शदाता लोगों को प्रोत्साहित करते है की व्यक्तिगत वाक्य बोलें, ताकि उन्हें जिम्मेदारी लेने में मदद मिले । यह, आप और क्यों वाले कथन व्यक्तिगत नहीं है । आप अपनी भाषा बदल सकते हैं, ताकि इसमें जिंदगी पर आपका नियंत्रण झलके ।

जस्न मनाने का समय

हो सकता है कि इन 24 घंटों में आप 1 इंच या फिर 1 मील आगे बढ़े हों । आपकी प्रगति चाहे जितनी हो, अपने नए स्वरूप का जश्न मनाने का समय निकालें ।

हमारे इस ब्लॉग पर समय देने के लिए 
धन्यवाद 🙏🙏
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